डाकिनी दोष नाशक मंत्र
ॐ नमो नारसिंह पार्डहार भस्मना, योगिनी बंध डाकिनी बंध चौरासीदोष बंध अष्टेत्तर शत व्याधि वंध, खेदी खेदी, भेदी, मारे मारे, सोखे सोखे,ज्वर ज्वर, प्रज्वल प्रज्वल, नारसिंह वीर की शक्ति फ्रो।
विधि
इस मंत्र का उच्चारण करते हुए रोगिणी को सिर से पांव तक एक सौ आठ बार झाड़ा लगाने से डाकिनी दोष समाप्त हो जाता है।
चुड़ैल बाधा शमन का मंत्र
वैर वर चु़डैल पिशाचिनी बैर निवासी। कहुं तुझे सुनु सर्वनासी मेरी मांसी शब्द सांचा पिण्ड के कांचा फुरो मंत्र ईश्वर वाचा॥
विधि
इस मंत्र को दीपावली, होली, दशहरा अथवा ग्रहण के समय ग्यारह हजार बार जपकर सिद्ध कर लें और आवश्यकता पड़ने पर मंत्र को पढ़कर रोगी पर फूंक मारें। यह क्रिया तब तक करें, जब तक कि रोगी स्त्री या पुरुष चुड़ैल बाधा से पुरी तरह मुक्त न हो जाए।