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यक्ष और युधिष्ठिर के बीच का संवाद



यक्ष और युधिष्ठिर के बीच का संवाद
1. मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म क्या है?

मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है अपने जीवन के उद्देश्य को समझकर उसे पूर्ण करना। यह न केवल व्यक्तिगत उन्नति लाता है, बल्कि समाज के लिए भी हितकारी होता है।

टिप्पणी: जैसे एक पेड़ का धर्म छाया देना है, वैसे ही मनुष्य का धर्म है दूसरों का भला करना।
2. मनुष्य का जीवन लक्ष्य क्या होना चाहिए?

मनुष्य का मूल लक्ष्य होना चाहिए अपना कर्तव्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना, ताकि वह आत्मिक शांति और समाज में सम्मान प्राप्त कर सके।

टिप्पणी: जैसे सूरज बिना किसी भेदभाव के सबको रोशनी देता है, वैसे ही हमें भी अपने कर्तव्य निभाने चाहिए।
3. मनुष्य में कितने वर्ण हैं और उनके कर्तव्य क्या हैं?

चार वर्ण माने गए हैं—ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र।
- ब्राह्मण: धर्म और ज्ञान का प्रचार
- क्षत्रिय: समाज की रक्षा
- वैश्य: व्यापार और अर्थव्यवस्था
- शूद्र: सेवा भाव
सबसे बड़ा धर्म है — सबके लिए कल्याण की भावना रखना।

टिप्पणी: यह विभाजन गुण और कर्म पर आधारित है, न कि जन्म पर।
4. जल से भी पतला कौन है?

जल से अधिक पतला ज्ञान है, क्योंकि यह अज्ञान रूपी चट्टान को भी काट कर बहता है।

टिप्पणी: ज्ञान हर मार्ग को प्रशस्त कर सकता है, चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो।
5. भूमि से अधिक सहनशील कौन होता है?

माता, जो संतान की हर पीड़ा को सहकर भी प्रेम करती है, वह भूमि से भी अधिक सहनशील होती है।

टिप्पणी: माता अपने कष्ट को कभी प्रकट नहीं करती, यह सहनशीलता की पराकाष्ठा है।
6. आकाश से ऊँचा कौन होता है?

पिता का स्थान आकाश से भी ऊँचा होता है, क्योंकि वह परिवार की नींव होता है।

टिप्पणी: पिता त्याग करता है लेकिन उसका उल्लेख अक्सर कम होता है, जैसे आकाश सब कुछ समेट लेता है।
7. वायु से अधिक गति किसकी होती है?

मन की गति वायु से भी तेज होती है, जो क्षणभर में कहीं भी पहुँच सकता है।

टिप्पणी: मन नियंत्रण में हो तो चमत्कार कर सकता है, नहीं तो विनाश भी।
8. भूख की तिनकों से अधिक क्या होता है?

चिंता की संख्या भूख की तुलना में कहीं अधिक होती है; यह मनुष्य को अंदर से खा जाती है।

टिप्पणी: चिंता करने से समाधान नहीं मिलता, बल्कि समस्या बढ़ती है।
9. विदेश में मनुष्य का सच्चा संबंधी कौन होता है?

विदेश में व्यक्ति का सबसे बड़ा साथी उसका ज्ञान और विद्या होती है, जो उसे हर स्थिति में सहारा देती है।

टिप्पणी: पैसा छिन सकता है, पर ज्ञान हमेशा साथ चलता है।
10. रोगी का सबसे बड़ा सहारा कौन है?

रोगी का सच्चा साथी उसका चिकित्सक होता है, जो पत्नी और माँ की तरह सेवा करता है।

टिप्पणी: सेवा करने वाला व्यक्ति ईश्वर का रूप माना जाता है।
11. मरणोपरांत मनुष्य के साथ कौन जाता है?

केवल धर्म और दान ही हैं जो मृत्यु के बाद भी मनुष्य के साथ जाते हैं। बाकी सब यहीं छूट जाता है।

टिप्पणी: जैसे दीपक बुझने के बाद भी उसकी रोशनी फैलती है, वैसे ही अच्छे कर्म अमर रहते हैं।
12. क्या है जिसका नाश करने से मनुष्य सबका प्रिय बन जाता है?

अहंकार का नाश करने से मनुष्य हर किसी का प्रिय बन जाता है, क्योंकि विनम्रता सभी को आकर्षित करती है।

टिप्पणी: विनम्र व्यक्ति शत्रुओं को भी मित्र बना सकता है।
13. क्या है जिसका नाश करने से मनुष्य सुखी हो जाता है?

कामनाओं का नाश करने से मनुष्य सच्चे सुख की प्राप्ति करता है, क्योंकि इच्छाएँ ही दुःख का कारण हैं।

टिप्पणी: संतोषी व्यक्ति सबसे धनवान होता है।
14. मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु कौन है?

क्रोध वह शत्रु है जो मनुष्य का विनाश कर देता है, चाहे वह कितना भी समझदार क्यों न हो।

टिप्पणी: क्रोध में लिए गए निर्णय हमेशा पछतावे का कारण बनते हैं।
15. संसार की सबसे बड़ी आश्चर्यजनक बात क्या है?

मनुष्य प्रतिदिन दूसरों को मरते हुए देखता है, फिर भी वह सोचता है कि वह सदा जीवित रहेगा — यही संसार का सबसे बड़ा आश्चर्य है।

टिप्पणी: यह हमें मृत्यु का स्मरण कराकर जीवन को सार्थक बनाने की प्रेरणा देता है।

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